रतन टाटा को उनकी सादगी और विश्वसनीयता के लिए जाना जाता है, भले ही वे भारत के सबसे बड़े उद्योग उद्यमियों से एक थे।

टाटा समूह का 65% मुनाफा समाजसेवा के कार्यों में लगाया जाता है, जिससे रतन टाटा को समाजसेवा का प्रतीक माना जाता है। 

उन्होंने आम आदमी की कार, टाटा नैनो को साकार किया, जिससे उन्होंने लाखों भारतीयों के सपनों को साकार किया।

उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने कोरस और जगुआर-लैंड रोवर जैसे बड़े विदेशी ब्रांडों का अधिग्रहण किया। 

उनकी एक गर्लफ्रेंड थी, जिससे वह अमेरिका में पढ़ाई के दौरान मिले थे, लेकिन भारत-चीन युद्ध के समय वह वापस भारत लौट आए। 

रतन टाटा ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके जीवन में चार बार शादी के करीब पहुंचे थे, लेकिन किसी कारणवश वह शादी नहीं कर पाए। 

हालात के चलते उनकी गर्लफ्रेंड की शादी किसी और से हो गई, और यह रिश्ता आगे नहीं बढ़ सका। 

हालांकि, रतन टाटा ने इस अनुभव को सहजता से लिया और इसे अपने जीवन का हिस्सा माना।

देश के दिग्गज बिजनेसमैन और समाजसेवी रतन नवल टाटा (Ratan Naval Tata) अब  दुनिया में नहीं रहे। उन्होंने 9 अक्टूबर, 2024 को 86 वर्ष की उम्र में  आखिरी सांस ली।