दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला, मारिया ब्रान्यास मोरेरा (Maria Branyas Morera), ने 117 साल की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली। पिछले साल ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने उन्हें आधिकारिक तौर पर दुनिया की सबसे बुजुर्ग जीवित इंसान घोषित किया था। इससे पहले, यह खिताब सिस्टर आंद्रे (Lucile Racon) के पास था, जिनका 118 साल की उम्र में निधन हुआ था।
मोरेरा ने 19 अगस्त को अपनी आखिरी सांस ली, और उनके निधन की खबर ने दुनिया को झकझोर कर रख दिया। लगभग 20 साल से एक नर्सिंग होम में रह रही मोरेरा ने अपने परिवार से कहा था कि अब वह कमजोर महसूस कर रही हैं और उनका समय नजदीक आ गया है।
लंबी उम्र का राज़: कम फैट और शुगर, अनोखी जीवनशैली
लाइव साइंस की रिपोर्ट के अनुसार, मोरेरा की लंबी उम्र ने रिसर्चर्स को हैरान कर दिया था। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, शोधकर्ताओं ने उनकी आनुवंशिकी और जीवनशैली का बारीकी से अध्ययन किया। उनकी आदतों का विश्लेषण किया गया, और यह पाया गया कि उनके रक्त में फैट और शुगर का स्तर काफी कम था।
उनकी कोशिकाएं भी औसत व्यक्ति की तुलना में धीरे-धीरे बूढ़ी हो रही थीं। शायद यही कारण था कि वे इतनी लंबी उम्र तक जीवित रहीं।
“अब कभी कॉफी नहीं पी सकूंगी”: मोरेरा का आखिरी बयान
कुछ समय पहले अपने परिवार से बातचीत में मोरेरा ने कहा था, “एक दिन मैं यहां से चली जाऊंगी। मैं फिर कभी कॉफी नहीं पीऊंगी, दही नहीं खाऊंगी, न ही अपने कुत्ते को सहलाऊंगी। मैं अपनी यादें भी छोड़ जाऊंगी और इस शरीर में मेरा अस्तित्व खत्म हो जाएगा। उस दिन का मुझे पता नहीं, लेकिन वह दिन बहुत करीब है।”
मारिया ब्रान्यास मोरेरा: संक्षिप्त जीवन परिचय
मारिया ब्रान्यास मोरेरा का जन्म 4 मार्च 1907 को सैन फ्रांसिस्को में हुआ था। उन्होंने अपने जीवन के 117 वर्षों में कई ऐतिहासिक घटनाओं को देखा और अनुभव किया। वे लगभग 20 साल से एक नर्सिंग होम में रह रही थीं और अपनी आखिरी दिनों में भी उन्होंने अपने परिवार के साथ समय बिताया।
मोरेरा का जीवन न केवल उनकी लंबी उम्र के कारण बल्कि उनके जीवनशैली और आदतों के कारण भी अनुसंधान के लिए एक महत्वपूर्ण विषय बन गया था। उनके निधन से दुनिया ने एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व को खो दिया है, लेकिन उनकी यादें और उनकी जीवनशैली हमेशा हमें प्रेरित करती रहेंगी।