Solar Flare : सूर्य में अब तक का सबसे बड़ा विस्फोट, पृथ्वी पर खतरनाक प्रभाव की संभावना!

Solar Flare : सूर्य में हाल ही में जो धमाके हो रहे हैं, वो अपने चरम पर पहुंच चुके हैं। इस हफ्ते की शुरुआत में एक जबरदस्त सोलर फ्लेयर के बाद, सूर्य ने एक और शक्तिशाली फ्लेयर छोड़ा है। बीते 7 सालों में यह सबसे खतरनाक सोलर फ्लेयर माना जा रहा है। इस विस्फोट के कारण पृथ्वी की ओर कोरोनल मास इजेक्शन (CME) बढ़ रहा है, जिससे ऑरोरा जैसी घटनाएं देखने को मिल सकती हैं।

X-क्लास सोलर फ्लेयर: 7 सालों में सबसे ताकतवर

गुरुवार को सूर्य के सनस्पॉट AR3842 से एक बेहद शक्तिशाली X-क्लास सोलर फ्लेयर निकला, जिसकी तीव्रता X9 मापी गई है। इससे पहले 2017 में सूर्य से X11.8 और X13.3 तीव्रता के फ्लेयर निकले थे। इस ताजा फ्लेयर ने पृथ्वी पर रेडिएशन को बढ़ा दिया, जिससे अफ्रीका और दक्षिण अटलांटिक महासागर के कुछ हिस्सों में रेडियो ब्लैकआउट हो गया।

Vivo Y28s 5G की कीमत में आई भारी गिरावट, जानें अब कितने में मिलेगा आपका पसंदीदा फोन

6 अक्टूबर को पृथ्वी से टकरा सकता है CME!

विशेषज्ञों के अनुसार, सूर्य से निकला कोरोनल मास इजेक्शन (CME) 6 अक्टूबर को पृथ्वी से टकरा सकता है। यह भू-चुंबकीय गड़बड़ी का कारण बन सकता है, जो सैटेलाइट्स और पावर ग्रिड को प्रभावित कर सकता है।

क्या है Solar Flare?

Solar Flare सूर्य की चुंबकीय ऊर्जा के रिलीज होने से बनते हैं। ये हमारे सौर मंडल में होने वाले सबसे शक्तिशाली विस्फोट हैं, जिनमें अरबों हाइड्रोजन बमों के बराबर ऊर्जा होती है। ये फ्लेयर्स बेहद तेज़ होते हैं और प्रकाश की गति से यात्रा करते हैं।

कोरोनल मास इजेक्शन (CME) क्या है?

CME असल में सौर प्लाज्मा के विशाल बादल होते हैं, जो सूर्य के विस्फोट के बाद अंतरिक्ष में फैल जाते हैं। जब ये पृथ्वी के मैग्नेटिक फील्ड से टकराते हैं, तो जियो मैग्नेटिक डिस्टर्बेंस पैदा कर सकते हैं, जिससे सैटेलाइट्स को नुकसान पहुंच सकता है और बिजली ग्रिड भी प्रभावित हो सकते हैं।

अब देखना होगा कि 6 अक्टूबर को होने वाली यह घटना किस हद तक पृथ्वी पर प्रभाव डालती है।

Leave a Comment