क्रिप्टो स्कैम ! : क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग और इनवेस्टमेंट ने पिछले कुछ वर्षों में जोर पकड़ लिया है, लेकिन इसके साथ ही इससे जुड़े धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। इसी तरह की एक घटना में, पुणे के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर 58 लाख रुपये का बड़ा नुकसान झेलना पड़ा। यह धोखाधड़ी 15 जुलाई से 12 अगस्त के बीच हुई।
मामला तब प्रकाश में आया जब पीड़ित ने पुलिस से संपर्क किया, और जांच के दौरान, पुलिस ने दो किसानों को गिरफ्तार किया, जिनके बैंक खातों का इस्तेमाल इस स्कैम में किया गया था। पीड़ित ने एक ऑनलाइन विज्ञापन देखकर क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया था, लेकिन वह जल्द ही एक धोखाधड़ी का शिकार हो गया।
क्रिप्टो स्कैम कैसे हुआ?
पुणे में स्थित इस सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने एक ऑनलाइन विज्ञापन पर क्लिक किया, जिसमें शेयर और क्रिप्टोकरेंसी में अच्छे मुनाफे का दावा किया गया था। इस लिंक पर क्लिक करने के बाद, उसे एक मैसेंजर ऐप के ग्रुप में जोड़ दिया गया, जहां स्कैम करने वालों ने उसे क्रिप्टोकरेंसी में बड़े मुनाफे का लालच दिया। पीड़ित ने उनके झांसे में आकर विभिन्न बैंक खातों में 58.70 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।
जब उसे कोई मुनाफा नहीं मिला, तो उसने स्कैम करने वालों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनकी कॉल्स का जवाब नहीं मिला। पुलिस जांच में पता चला कि जिन बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए थे, वे दो किसानों के थे। इन किसानों ने न केवल अपने बैंक खाते स्कैमर्स को दिए, बल्कि SIM कार्ड भी उपलब्ध कराए।
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क्रिप्टोकरेंसी स्कैम्स का बढ़ता खतरा
यह मामला सिर्फ पुणे तक सीमित नहीं है। हाल ही में अमेरिका के फेडरल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन (FBI) ने बताया था कि क्रिप्टोकरेंसी स्कैम में पिछले साल 53 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इन स्कैम्स में, लोगों को जाली क्रिप्टो टोकन्स में निवेश के लिए फंसाया जाता है, और भारी मुनाफे का लालच दिया जाता है।
FBI की रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े फ्रॉड्स में लोगों ने 3.94 अरब डॉलर गंवाए। यह आंकड़ा 2021 के 2.57 अरब डॉलर से कहीं ज्यादा है। इन स्कैम्स में जालसाज आमतौर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे Facebook और Twitter का इस्तेमाल करते हैं।
सावधान रहें!
यह घटना एक बार फिर से बताती है कि क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर हो रहे फ्रॉड्स से सतर्क रहने की जरूरत है। ऑनलाइन निवेश करने से पहले सभी जानकारी की पुष्टि करें और कभी भी अज्ञात स्रोतों से मिलने वाले ऑफर्स पर भरोसा न करें।
घटना का विवरण | जानकारी |
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स्थान | पुणे, महाराष्ट्र |
पीड़ित | सॉफ्टवेयर इंजीनियर |
राशि | 58.70 लाख रुपये |
घटना की अवधि | 15 जुलाई से 12 अगस्त |
गिरफ्तारी | 2 किसान |
स्कैम का तरीका | क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का लालच |
क्रिप्टोकरेंसी की आड़ में हो रही धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहें और किसी भी ऑनलाइन विज्ञापन पर बिना जांचे-परखे निवेश न करें।