क्या पृथ्वी के चारों ओर है अदृश्य इलेक्ट्रिक फील्ड? वैज्ञानिकों ने किया चौंकाने वाला खुलासा!

क्या पृथ्वी के चारों ओर है अदृश्य इलेक्ट्रिक फील्ड? : क्या आपने कभी सोचा है कि हमारी पृथ्वी के चारों ओर कोई छिपी हुई शक्ति काम कर रही है? अब वैज्ञानिकों ने एक बेहद दिलचस्प खोज की है जो यह साबित करती है कि पृथ्वी के चारों ओर एक संदिग्ध ‘एंबीपोलर इलेक्ट्रिक फील्ड’ है। यह फील्ड हवा में मौजूद पार्टिकल्स को सुपरसोनिक स्पीड से अंतरिक्ष की ओर धकेल रहा है!

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60 साल पुरानी थ्योरी अब हुई साबित!

चौंकाने वाली बात यह है कि इस फील्ड पर चर्चा 60 साल पहले शुरू हुई थी, लेकिन अब नासा के एंड्योरेंस मिशन से मिली जानकारी ने इस थ्योरी को सच साबित कर दिया है। हाल ही में नेचर मैगजीन में प्रकाशित हुई रिपोर्ट के अनुसार, यह इलेक्ट्रिक फील्ड पृथ्वी के वायुमंडल को प्रभावित कर रही है, खासकर ध्रुवों पर इसका असर सबसे ज्यादा देखा जा रहा है।

फीचर विवरण
नाम एंबीपोलर इलेक्ट्रिक फील्ड
असर ध्रुवीय हवा को चलाना और पार्टिकल्स को अंतरिक्ष में भेजना
नासा का मिशन एंड्योरेंस मिशन से फील्ड की पुष्टि
वायुमंडल पर असर आयनमंडल को आकार देने में मदद
वैज्ञानिक महत्त्व पृथ्वी और अन्य ग्रहों के विकास को समझने में मदद

कैसे करता है एंबीपोलर इलेक्ट्रिक फील्ड काम?

नासा के अनुसार, यह इलेक्ट्रिक फील्ड ऊपरी वायुमंडल में चार्ज पार्टिकल्स को इतनी ऊंचाई तक उठाता है, जहां वे अपने आप नहीं जा सकते। यह प्रक्रिया ध्रुवीय हवा का एक अहम हिस्सा है और माना जा रहा है कि इसी फील्ड ने हमारे ग्रह के आयनमंडल को आकार देने में मदद की है।

पृथ्वी के विकास में भी निभा सकता है भूमिका!

वैज्ञानिकों का मानना है कि इस फील्ड ने पृथ्वी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हो सकती है। एंड्योरेंस मिशन से मिले डेटा से फील्ड की ताकत और इसकी कार्यप्रणाली के बारे में और अधिक जानकारी मिली है। यह स्टडी अन्य ग्रहों के विकास और उनकी जीवन क्षमता को भी समझने में मददगार साबित हो सकती है।

वैज्ञानिकों का बड़ा दावा: “हमारे वायुमंडल को बेल्ट की तरह ऊपर उठा रहा!”

नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर के प्रमुख वैज्ञानिक ग्लिन कोलिन्सन का कहना है कि ऐसा लगता है मानो यह फील्ड एक बेल्ट की तरह हमारे वायुमंडल को ऊपर खींच रहा है। यह खोज पृथ्वी के अलावा अन्य ग्रहों के वातावरण और जीवन के संभावित अस्तित्व को समझने में भी मदद कर सकती है।

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