अध्ययन बताते हैं कि चंद्रमा और पृथ्वी के बीच की दूरी लगातार बढ़ रही है, जिसका असर धरती पर भी पड़ रहा है। नई रिसर्च के अनुसार, चंद्रमा के दूर जाने से पृथ्वी की घूर्णन गति (rotational speed) धीरे-धीरे कम हो रही है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बदलाव के चलते भविष्य में पृथ्वी पर एक दिन 25 घंटों का हो सकता है।
पृथ्वी-चंद्रमा की दूरी और प्रभाव
वर्तमान में, चंद्रमा पृथ्वी से लगभग 3,84,400 किलोमीटर दूर है। हर साल चंद्रमा करीब 3.82 सेंटीमीटर की दर से पृथ्वी से दूर हो रहा है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि लगभग 2.5 अरब साल पहले, चंद्रमा और पृथ्वी के बीच की दूरी 60,000 किलोमीटर कम थी। इस समय, पृथ्वी पर दिन की लंबाई लगभग 16.9 घंटे थी, जबकि अब यह 24 घंटे है।
भविष्य की संभावनाएं
विस्कॉन्सिन-मैडिसन यूनिवर्सिटी की एक स्टडी के अनुसार, चंद्रमा की इस धीरे-धीरे बढ़ती दूरी के चलते पृथ्वी की घूर्णन गति और भी धीमी हो जाएगी, जिसके परिणामस्वरूप करीब 200 करोड़ साल बाद, पृथ्वी पर दिन की लंबाई 25 घंटे हो सकती है।
भूतकाल और वर्तमान के आंकड़े
विशेषता | 2.5 अरब साल पहले | वर्तमान |
---|---|---|
पृथ्वी-चंद्रमा की दूरी | 3,21,800 किलोमीटर | 3,84,400 किलोमीटर |
दिन की लंबाई | 16.9 घंटे | 24 घंटे |
चंद्रमा की दूरी बढ़ने की दर | – | 3.82 सेंटीमीटर/वर्ष |
यह अध्ययन न केवल पृथ्वी और चंद्रमा के बीच के संबंध को समझने में मददगार साबित हो सकता है, बल्कि इससे भविष्य में होने वाले संभावित परिवर्तनों के बारे में भी जानकारी मिल सकती है। चंद्रमा की यह बढ़ती दूरी हमारे ग्रह पर कई तरह के प्रभाव डाल सकती है, जिनमें दिन की लंबाई में बदलाव भी शामिल है।