गले का कैंसर की पहचान कुछ इस तरीके से की जाती है अगर व्यक्ति को लगातार खांसी, गले और कान में दर्द, निगलने में कठिनाई, गांठ या गले में दर्द जो ठीक नहीं हो रहा तो यह गले के कैंसर के लक्षण हो सकते हैं यदि इस प्रकार की स्थिति बनी रहती है तो तुरंत ही डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए,गले के कैंसर में व्यक्ति के गले, वॉइस बॉक्स या टॉन्सिल में कैंसर के ट्यूमर हो जाते हैं.
यदि पहले स्टेज पर ही पता लग जाए तो रेडिएशन थेरेपी द्वारा गले की कैंसर को ठीक किया जा सकता है ट्यूमर को सर्जरी के द्वारा हटाया भी जा सकता है यदि स्टेज ज्यादा हो गई है तो ऐसी स्थिति में गले के वॉइस बॉक्स को सर्जरी के द्वारा निकाल दिया जाता है ,दवाओं के साथ कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने के लिए कीमोथेरेपी की जाती है.
गले के कैंसर के लक्षण
गले के कैंसर के शुरुआती लक्षण निम्न प्रकार है-
- गर्दन में सूजन
- लगातार खांसी आना कभी कभी खांसी में खून का आना जाना
- वजन घटना
- कानों में दर्द होना
- निगलने में कठिनाई होना
- गांठ या घाओ गले में ठीक ना होना
- आवाज में भारी बदलाव आना
- गले की आवाज कर्कश होना
- लिंफ नोड्स में सूजन होगा
- आवाज का स्वर बदल जाना
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गले का कैंसर कितने दिनों में फैलता है
गले का कैंसर बहुत ही जल्दी विकसित हो जाता है गले में खराश और खांसी, निगलने में कठिनाई स्वर बैठना, कान में दर्द आदि इसके लक्षण होते हैं यह जल्दी विकसित हो जाता है इसका निदान यह है कि आप इसे हल्के में ना लें और अपने डॉक्टर से परामर्श कर तुरंत इलाज चालू कर दे, यदि आपको यह सारे सिम्टम्स 15 से 30 दिनों तक लगातार बने हुए तो आप सावधान हो जाएं क्योंकि यह कैंसर का लक्षण हो सकता है.
गले के कैंसर इलाज संभव है-
जी हां गले के कैंसर का इलाज किया जा सकता है अगर शुरुआत की स्टेज में ही कैंसर की पहचान हो जाए तो रेडिएशन थेरेपी से उच्च ऊर्जा का उपयोग करके इसका इलाज किया जाता है एक्स-रे और प्रोटॉन जैसे स्त्रोत को हाई एनर्जी बीम्स को वितरित करने के लिए किया जाता हैसे पहले चरण के कैंसर का पता लगने पर यह प्रक्रिया इलाज के लिए काफी प्रभावी होती है.
यदि गले का कैंसर गले की सतह तक ही सीमित है तो एंडोस्कोपी के प्रयोग से कैंसर का इलाज किया जा सकता है इसमें आपके गले में एक खोकला एंडोस्कोप डाला जाता है जिसके माध्यम से सर्जरी उपकरण या लेजर से सर्जरी कर दी जाती है.
कुछ स्थिति में वॉयसबॉक्स का एक हिस्सा जहां कैंसर मौजूद होता है उस पार्ट को सर्जरी से हटाना पड़ता है यदि समस्या ज्यादा गंभीर है तो गले के कुछ हिस्सों को भी निकालना पड़ जाता है.
गले के कैंसर के डिफरेंट स्टेज-
गले के कैंसर के प्रारंभिक चरण में कैंसर का इलाज किया जा सकता है प्रारंभिक चरण की बीमारी के कई स्टेज होते हैं जो कि निम्न प्रकार है
स्टेज 1
स्टेज 1 मैं कैंसर की गांठ का आकार लगभग 2 सेंटीमीटर या 1 इंच से अधिक नहीं होता है यह लिंफ नोड्स तक नहीं फैले होते हैं.
स्टेज 2
स्टेज 2 में कैंसर की गांठ 2 सेंटीमीटर से अधिक होती है लेकिन 2 इंच से कम होती है और यह लिंफ नोड्स में नहीं फैला होता है.
स्टेज 3
स्टेज 3 कैंसर को प्रारंभिक माना जा सकता है यह छोटा है इसमें केवल एक लिंफ नोड शामिल होती है इसमें इलाज की संभावना उच्च होती है और सर्जरी के द्वारा चिकित्सक इन्हें हटा देते हैं रेडिएशन की मदद भी ली जाती है.