जीभ पर छाले (माउथ अल्सर) एक सामान्य समस्या है, जो कई कारणों से हो सकती है, जैसे कि विटामिन की कमी, पेट की समस्या, मसालेदार भोजन, या कभी-कभी तनाव। छालों के कारण दर्द और असुविधा होती है, जिससे खाना-पीना भी मुश्किल हो जाता है। जीभ के छालों के इलाज के लिए कई तरह की टेबलेट्स उपलब्ध हैं, जो दर्द और सूजन को कम करने में मदद करती हैं और छालों को तेजी से ठीक करने में सहायक होती हैं।
‘जीभ के छाले की टेबलेट’ क्या होती है?
यहाँ जीभ के छाले की कुछ प्रमुख टेबलेट्स और उनके उपयोग के बारे में जानकारी दी जा रही है:
1. बोरा-ग्लिसरीन टेबलेट्स (Bora-Glycerin Tablets)
बोरा-ग्लिसरीन टेबलेट्स माउथ अल्सर के इलाज के लिए बहुत उपयोगी मानी जाती हैं। इनमें एंटीसेप्टिक और सूजन-रोधी गुण होते हैं, जो छालों को ठीक करने में मदद करते हैं।
उपयोग:
- बोरा-ग्लिसरीन को सीधे छाले पर लगाया जाता है या इस टेबलेट को चूसकर मुँह में रखा जाता है।
- इससे छालों में राहत मिलती है और छाले जल्दी ठीक होते हैं।
2. केनकोनाज़ोल टेबलेट्स (Kenconazole Tablets)
केनकोनाज़ोल एंटीफंगल दवाओं की एक श्रेणी है, जो फंगल संक्रमण के कारण हुए छालों के इलाज में उपयोगी होती है। अगर छाले किसी संक्रमण के कारण हैं, तो यह टेबलेट फायदेमंद हो सकती है।
उपयोग:
- डॉक्टर की सलाह से केनकोनाज़ोल टेबलेट ली जाती है, जिससे फंगल संक्रमण को रोका जा सकता है और छाले जल्दी ठीक होते हैं।
3. मेट्रोनिडाज़ोल टेबलेट्स (Metronidazole Tablets)
मेट्रोनिडाज़ोल एंटीबायोटिक दवा है, जो बैक्टीरियल संक्रमण के कारण हुए छालों के इलाज में उपयोग की जाती है। यह छालों के संक्रमण को रोकने और उनके दर्द को कम करने में सहायक है।
उपयोग:
- डॉक्टर द्वारा बताई गई खुराक के अनुसार इसे लिया जाता है। इसका नियमित सेवन छालों को तेजी से ठीक करता है।
4. विटामिन B कॉम्प्लेक्स टेबलेट्स (Vitamin B Complex Tablets)
जीभ के छालों का एक प्रमुख कारण विटामिन B की कमी होती है। विटामिन B कॉम्प्लेक्स टेबलेट्स शरीर में विटामिन B की कमी को पूरा करती हैं और छालों को तेजी से ठीक करने में मदद करती हैं।
उपयोग:
- दिन में एक बार या डॉक्टर की सलाह के अनुसार विटामिन B कॉम्प्लेक्स टेबलेट का सेवन करें। इससे छालों को ठीक करने में मदद मिलती है और भविष्य में छाले होने की संभावना कम होती है।
5. टेट्रासाइक्लिन टेबलेट्स (Tetracycline Tablets)
टेट्रासाइक्लिन एक एंटीबायोटिक दवा है, जिसका उपयोग तब किया जाता है जब छाले गंभीर हो जाते हैं या बैक्टीरियल संक्रमण के कारण होते हैं।
उपयोग:
- इस टेबलेट को डॉक्टर द्वारा निर्देशित तरीके से लिया जाता है। यह छालों के संक्रमण को रोकने और उन्हें जल्दी ठीक करने में सहायक होती है।
6. च्वेबल टेबलेट्स (Chewable Tablets)
च्वेबल टेबलेट्स को मुँह में चूसकर या चबाकर लिया जाता है, जिससे छालों में तुरंत राहत मिलती है। इनमें मुख्यतः दर्दनिवारक और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं।
उपयोग:
- प्रभावित व्यक्ति इन टेबलेट्स को मुँह में रखकर धीरे-धीरे चूस सकता है। यह मुँह के छालों में तुरंत राहत प्रदान करता है और छाले धीरे-धीरे ठीक होने लगते हैं।
7. बेनाड्रिल टेबलेट्स (Benadryl Tablets)
बेनाड्रिल एक एंटीहिस्टामीन दवा है, जो मुँह के छालों के दर्द और जलन को कम करने में मदद करती है। यह विशेष रूप से तब उपयोगी होती है जब छाले किसी एलर्जी के कारण होते हैं।
उपयोग:
- इसे डॉक्टर की सलाह के अनुसार लिया जाता है। यह छालों से संबंधित सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है।
8. अम्लपित्त की टेबलेट्स (Antacid Tablets)
कई बार पेट में अधिक एसिडिटी के कारण मुँह में छाले हो जाते हैं। ऐसे में अम्लपित्त की दवाएं छालों के इलाज में मदद कर सकती हैं।
उपयोग:
- अम्लपित्त को नियंत्रित करने के लिए एंटासिड टेबलेट्स ली जाती हैं, जिससे पेट की एसिडिटी कम होती है और छालों में सुधार होता है।
9. हाइड्रोकॉर्टिसोन बुकल टेबलेट्स (Hydrocortisone Buccal Tablets)
हाइड्रोकॉर्टिसोन बुकल टेबलेट्स को सीधे मुँह में छालों पर रखा जाता है। यह सूजन को कम करने और छाले को तेजी से ठीक करने में मदद करती है।
उपयोग:
- दिन में 2-3 बार छाले पर इसे रखने से छाले जल्दी ठीक हो सकते हैं।
10. ओरल जेल (Oral Gels)
ओरल जेल्स को मुँह में सीधे छालों पर लगाया जाता है। इनमें एंटीसेप्टिक, दर्दनिवारक, और सूजन-रोधी गुण होते हैं, जो मुँह के छालों में तुरंत राहत प्रदान करते हैं।
उपयोग:
- मुँह में छाले के स्थान पर सीधे इस जेल को लगाया जाता है। इससे दर्द और जलन में राहत मिलती है और छाले ठीक होने में मदद मिलती है।
11. पारासिटामोल और आईबुप्रोफेन (Pain Relievers)
अगर छालों के कारण अत्यधिक दर्द हो रहा हो, तो डॉक्टर पेन रिलीवर (जैसे पारासिटामोल या आईबुप्रोफेन) देने की सलाह दे सकते हैं।
उपयोग:
- ये दवाएं दर्द और सूजन को कम करती हैं, जिससे मरीज़ को राहत मिलती है।
ध्यान दें कि ये दवाएं डॉक्टर की सलाह के बिना कभी भी न ली जाएं, और उनके द्वारा दिए गए मार्गदर्शन का पालन करें। डॉक्टर आपके स्वास्थ्य स्थिति के हिसाब से सही इलाज की सलाह देंगे और जीभ के छाले की समस्या को ठीक करने के उपाय बताएंगे।
20 साल पुराने सफेद दाग 3 दिनों में ठीक हो गई
जीभ के छाले के कारण
जीभ के छालों के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
- Poor Oral Guarding): जीभ के छालों का मुख्य कारण एक ख़राब मौखिक रखवाली भी हो सकता है। यदि आप अपने मुंह की सफाई का ध्यान नहीं रखते हैं, तो बैक्टीरिया और वायरस आपकी जीभ पर समस्या उत्पन्न कर सकते हैं।
- कड़वा या तीखा खाना: खड़ा या तीखा खाना खाने से भी जीभ के छाले हो सकते हैं, क्योंकि ऐसे खाने से जीभ पर चोट पहुंच सकती है और छाले बन सकते हैं।
- बुढ़ापा: बुढ़ापे के साथ, त्वचा और मुख की कमजोरी हो सकती है, जिससे जीभ के छाले आसानी से उत्पन्न हो सकते हैं।
- बीमारियाँ या इंफेक्शन: कई बीमारियाँ और इंफेक्शन भी जीभ के छालों के कारण बन सकती हैं, जैसे कि मुख में कई प्रकार की छाले या सूजनों के साथ होने वाले रोग।
- धूम्रपान और तंबाकू का सेवन: तंबाकू और धूम्रपान के सेवन से जीभ के छाले हो सकते हैं। धूम्रपान और तंबाकू मुख में इंफेक्शन करते हैं और इंफेक्शन के कारण छाले पैदा कर सकते हैं।
गले में कुछ अटका सा लगना बार-बार डकार आना
सिर के पीछे दर्द के कारण और निवारण
जीभ के छाले का घरेलू उपचार
जीभ के छालों को घरेलू उपायों से आराम दिलाया जा सकता है, लेकिन ध्यान दें कि ये उपाय केवल छालों को सुखाने और आराम पहुंचाने में मदद कर सकते हैं, इन्हें मुख्य इलाज के रूप में नहीं देखना चाहिए। यहां कुछ घरेलू उपाय दिए जा रहे हैं:
- सही खानपान: सही आहार बहुत महत्वपूर्ण है। ज्यादा मिर्च-मसाला और तीखे खाने से बचना चाहिए, क्योंकि यह जीभ के छालों को आगे बढ़ा सकता है। ज्यादा पानी पीना भी मदद कर सकता है, क्योंकि यह जीभ को स्वच्छ रखने में मदद करता है।
- हाइजीन: अपने मुंह की सफाई का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण है। रोजाना दो बार टूथब्रश करना और मुँह को फ्लॉस करना जरूरी है।
- स्ट्रेस कम करें: स्ट्रेस के कारण भी जीभ के छाले हो सकते हैं। स्ट्रेस कम करने के लिए योग, मेडिटेशन, या अन्य आंतरिक शांति प्राप्त करने के तरीके आपकी मदद कर सकते हैं।
- तंबाकू और अल्कोहॉल: तंबाकू और अल्कोहॉल का सेवन जीभ के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इनका सेवन कम करने से आपकी जीभ के छाले के खतरे को कम किया जा सकता है.
- नमक का गरारा: नमक को पानी में मिलाकर गरारा करने से जीभ के छाले में राहत मिल सकती है। इसके बाद नमक का पानी को बाहर थूक दें, लेकिन नमक को बाहर न बाहर थूकने से पहले सुझाव लें।
- शहद और हल्दी: एक छोटी सी मात्रा में शहद में आधा छम्मच हल्दी मिलाएं और इस मिश्रण को छाले पर लगाएं। हल्दी और शहद के मिश्रण की अंशिक रूप से मदद कर सकती है।
- लोंग और इलायची: लोंग और इलायची के पान को छालों पर लगाने से आराम मिल सकता है।
- नारियल तेल: नारियल तेल को छालों पर लगाना भी आरामदायक हो सकता है।
- दही और दूध: दही और दूध मुख में ठंडक पैदा कर सकते हैं और जीभ के छालों को आराम पहुंचा सकते हैं। इन्हें मुख में थोड़ी देर तक रखने से आराम मिल सकता है।
- हरे पत्तों का पेस्ट: नीम के पत्तों को पीसकर पेस्ट बनाएं और इसे छालों पर लगाएं। नीम के गुण छालों को ठीक करने में मदद कर सकते हैं.
- ताजा नारंगी रस: ताजा नारंगी का रस छालों को सुखाने में मदद कर सकता है।
- आलू के स्लाइस: आलू के पत्तों के स्लाइस को छालों पर रखकर आराम प्राप्त कर सकते हैं.
1 महीने में 20 किलो वजन कैसे कम करें
ध्यान दें कि ये घरेलू उपाय छालों को सुखाने और आराम पहुंचाने में मदद कर सकते हैं, लेकिन यदि छाले दिनों तक बरकरार रहते हैं या गंभीर होते हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें।
यदि आपको जीभ के छाले की समस्या है, तो आपको डॉक्टर की सलाह और मार्गदर्शन का पालन करना चाहिए। डॉक्टर आपकी समस्या के कारण और आपके स्वास्थ्य पर निर्भर करके उपचार की सलाह देंगे। ‘जीभ के छाले की टेबलेट’ या किसी भी दवा का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए, और वे किसी भी इलाज की जरूरत के साथ-साथ स्वस्थ जीवनशैली का भी महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।
ध्यान दें कि यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के लिए है और यह किसी डॉक्टर की सलाह की जगह नहीं ले सकता। आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य समस्याओं के लिए हमेशा डॉक्टर से परामर्श लें और उनकी सलाह का पालन करें।
अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें और उचित देखभाल के साथ, आप अपने जीभ के स्वास्थ्य को सुरक्षित और स्वस्थ बना सकते हैं।
लैट्रिन में खून आना कैसे बंद करे
4 दिन से लैट्रिन नहीं हो रहा है
महिला नसबंदी के बाद मोटी क्यों हो जाती है
कॉपर टी लगवाने के बाद कितने दिन ब्लीडिंग होती है
पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए
दिमाग में बार-बार एक ही विचार आना